होरी खेलत नंदलाल ब्रिज मे
रंग भरी गलियाँ रंग भरी यमुना
कुमकुम अबीर उडावत ब्रिज मे |
गोप गोपिका सखिया रंगाई
हात पकड़ बैया मुरकायी
निडर निपट नटनागर ब्रिजमे |
डगर चलत गगरी छलकायी
भरी पिचकारी मुखपर मारी
मदन मोहन गिरिधारी ब्रिजमे |
घबरावत राधा लज्जावत
एक ना सुनत नटनागर
हस हस गरवा लगावत ब्रिज मे |
रंगभीनी मुरली बजाए
सुध बुध सबकी बिसराए
नंदकुवर रंगरेज ब्रिज मे |
होरी खेलत नंदलाल
- - डॉ. अतिंद्र सरवडीकर
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